मुइजीमुद्दीन मोहमद गौरी –

- उपनाम – शिहाबुद्दीन , मोहमद बीन साम
- अफगानिस्तान में गजनी वंश के पतन के बाद गौरी कबीले का उद्भव हुआ ।
- मोहमद गौरी का वंश – शंसबानी
- भारत में तुर्की राज्य का संस्थापक तथा मुस्लिम सत्ता का वास्तविक – मोहमद गौरी
- गौरी ने भारत पर 1175 ईस्वी से लेकर 1205 ईस्वी के बिच कई बार आक्रमण किया ।
मोहमद गौरी के प्रमुख आक्रमण –
मुल्तान विजय – 1175 – 1178 ईस्वी
- करमाथी मुसलमानो और भाटी राजपूतो को हराया
गुजरात अभियान – 1178 ईस्वी
- चालुक्य रानी नाइकी देवी तथा उसके पुत्र भीम द्वितीय ( मूलराज ) ने गौरी को हराया )( यह गौरी की भारत में प्रथम हार थी )
पंजाब तथा लाहौर अभियान – 1179 – 1186 ईस्वी
- शासक – मालिक खुसरो
- 1179 ईस्वी में पेशावर विजय के बाद 1181 ईस्वी में लाहौर को जीता ।
- 1185 ईस्वी में सियालकोट तथा 1186 ईस्वी में लाहौर को पुनः जीता ।
भटिंडा विजय – 1189 ईस्वी
- लाहौर को केंद्र बनाकर पृथ्वीराज चौहान के अधिन भटिंडा दुर्ग को जीता ।
- यह तराईन युद्ध का तात्कालिक कारण माना जाता है ।
तराईन का प्रथम युद्ध – 1191 ईस्वी (तराईन , हरियाणा के करनाल जिले के अनर्गत आता है )
- तराईन के प्रथम युद्ध में पृथ्वीराज चौहान ने मोहमद गौरी को हराया , और गौरी की भारत में यह दूसरी हार थी ।
तराईन का द्वितीय युद्ध – 1192 ईस्वी
- इस युद्ध में गौरी ने पृथ्वीराज चौहान को हरा दिया ।
- गौरी ने दिल्ली पर अधिकार कर , हांसी , समाना , मेरठ और अलीगढ पर अधिकार कर लिया ।
- पृथ्वीराज चौहान के दरबारी कवि चन्दरबरदाई के ग्रन्थ ” पृथ्वीराज रासो ” के अनुसार गौरी पृथ्वीराज चौहान को बंदी बनाकर गौर अपने साथ ले गया जहाँ पृथ्वीराज चौहान ने शब्द भेदी बाण से गौरी की हत्या करदी ।
- हसम निजामी के अनुसार युद्ध में पराजित होने के बाद पृथ्वीराज ने अधीनता स्वीकार कर ली और गौरी ने उसे अजमेर में अपने अधीन रखकर शासन करवाया। आगे गौरी के विरुद्ध विद्रोह करने की कोशिश की जिसमें पृथ्वीराज मारा गया।(अधिकांश विद्वान इसे ही स्वीकार करते हैं, जिसकी पुष्टि अजमेर से प्राप्त सिक्कों से होती है जिसमें एक तरफ घोङे की आकृति तथा मुहम्मद – बिन – साम लिखा है। तथा दूसरी तरफ बैल की आकृति बनी है एवं पृथ्वीराज लिखा हुआ है।
चंदावर का युद्ध – 1194 ईस्वी , कनौज
- गहड़वाल वंश के राजा जयचंद को गौरी ने हराया ।
- इस विजय के बाद गौरी ने कुतुबुद्दीन ऐबक को वायसराय नियुक्त किया और गौरी वापस गजनी लौट गया ।
- कुतुबुद्दीन ऐबक ने गौरी के जाने के बाद गुजरात , बुंदेलखंड व रणथम्भौर को जीत लिया ।
- गौरी के सेनापति बख्तियार खिलजी ने 1197 में बिहार तथा 1205 में बंगाल को जीत लिया ।
- बख्तियार खिलजी ने नालंदा विश्व विद्यालय तथा विक्रमशीला विश्व विद्यालय को नष्ट किया ।
खोखर विद्रोह – 1205 ईस्वी , पंजाब
- मोहमद गौरी इस विद्रोह को दबाने स्वय भारत आया था ।
मोहमद गौरी की मृत्यु – 15 मार्च 1206 को वापस गौर जाते समय सिंधु नदी के पास दमयक नमक स्थान पर डाकुओ के हमले में ।
मोहमद गौरी के आक्रमण के परिणाम –
- भारत में मुस्लिम सत्ता की स्थापना ।
- प्रशासन की भाषा फारसी हो गई ।
- भारत ने नए नगरों की स्थापना हुई ।
- मोहमद हबीब ने इसे नगरीय क्रांति की संज्ञा दी ।
- मोहमद गौरी ने कनौज विजय के बाद सिक्के जारी किये जिसके एक और देवी लक्ष्मी की आकृति था दूसरी और कलमा खुदा था ।
- गौरी के साथ प्रसिद्ध सूफी संत मोइनुदीन चिस्ती भारत आये थे ।
- भारत में चिस्ती सिलसिले का प्रारम्भ हुआ ।
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