राजस्थान सामान्य ज्ञान – बांसवाड़ा जिला दर्शन
बांसवाड़ा का अक्षांशीय और देशांतरीय विस्तार
- अक्षांश – 23.11 से 25.56 उत्तरी अक्षांश के मध्य
- देशांतर – 74.4 से 74.47 पूर्वी देशांतर के मध्य
- बांसवाड़ा का क्षेत्रफल – 5037 वर्ग किलोमीटर
- बांसवाड़ा का शुभंकर – जलसीपी
- बांसवाड़ा की स्थापना – बांसवाड़ा के शासक जगमाल ने बासिया नामक भील को मारकर बसाया
बांसवाड़ा के उपनाम – राजस्थान सामान्य ज्ञान – बांसवाड़ा जिला दर्शन
- 100 द्वीपों का शहर
- आदिवासियों का देश
- राजस्थान का चेरापूंजी
बांसवाड़ा के प्रमुख मेले – राजस्थान सामान्य ज्ञान – बांसवाड़ा जिला दर्शन
- काला जी का मेला – गोपीनाथ का गड्डा
- घोटिया अम्बा मेला – बारीगामा गांव
- घोटिया अम्बा मेला कब लगता है – चैत्र अमावस्या को
- मानगढ़ धाम का मेला – मानगढ़ पहाड़ी
- मानगढ़ धाम मेला कब लगता है – मार्गशीर्ष पूर्णिमा को
- गोपेश्वर का मेला – घाटोल गांव में
- गोपेश्वर मेला कब लगता है – कार्तिक पूर्णिमा को
बांसवाड़ा के प्रमुख मंदिर और दर्शनीय स्थल – राजस्थान सामान्य ज्ञान – बांसवाड़ा जिला दर्शन
- घोटिया अम्बा का मंदिर – बारीगामा गांव
- धूणी का रणछोड़ राय मंदिर – गनोड़ा के पास
- त्रिपुरा सुंदरी का मंदिर – तलवाड़ , बांसवाड़ा
- कालींजरा के मंदिर
- छिच का ब्रह्मा मंदिर
- नंदिनी माता का तीर्थ स्थल
- अब्दुला पीर की दरगाह
- अर्थूना – परमारो की प्राचीन राजधानी , यहाँ हिन्दू व जैन मंदिर है
बांसवाड़ा के प्रमुख जलाशय – राजस्थान सामान्य ज्ञान – बांसवाड़ा जिला दर्शन
- माही बजाज सागर बांध – बोरखेड़ा , बांसवाड़ा
- कागदी पिकप बांध
- डाइलाव झील
- आंनद सागर झील
बांसवाड़ा से सम्बंधित अन्य महत्वपूर्ण प्रश्न – राजस्थान सामान्य ज्ञान – बांसवाड़ा जिला दर्शन
- बांसवाड़ा में भोगेश्वर शिवालय विश्व का एकमात्र शिवालय है जहा आधे शिवलिंग की पूजा की जाती है
- माही नदी बांसवाड़ा में कहा से प्रवेश करती है – ख़ादू गांव से
- आनंदपुर भूकिया सोने के लिए प्रसिद्ध खान है बांसवाड़ा की
- बांसवाड़ा और डुंगरपुर के बिच के स्थान को देवल कहा जाता है
- बांसवाड़ा जिला राजस्थान का सबसे आर्द्र जिला माना जाता है
- बांसवाड़ा को सांगवान का उद्यान भी कहा जाता है
- स्कन्द पुराण में बांसवाड़ा के लिए ‘ कुमारिका खंड ‘ शब्द प्रयोग किया गया है
- कल्पवृक्ष – बाई तालाब के किनारे है
- बांसवाड़ा जोला राजस्थान के किस संघ में शामिल हुआ – पूर्वी राजस्थान संघ में 25 मार्च 1948
- बांसवाड़ा जिले की यशोदा देवी किस लिए प्रसिद्ध है – प्रथम महिला विधायक
- 1518 ईस्वी में किसके द्वारा बांसवाड़ा नगर की नीव रखी गयी – जगमाल सिंह द्वारा
- बांसवाड़ा जिला किसके उत्पादन में प्रथम स्थान पर है – मैगनीज व सोना
- बांसवाड़ा जिले में से कोनसी रेखा गुजरती है – कर्क रेखा
- बांसवाड़ा के लिम्बाराम किस खेल से सम्बंधित है – तीरंदाजी
- बांसवाड़ा जिले में त्रिपुरा सुंदरी का मंदिर किस स्थान पर है – तलवाड़ , बांसवाड़ा
- कर्क रेखा बांसवाड़ा जिले के किस स्थान से गुजरती है – कुशलगढ़
- राज्य में सर्वाधिक हिन्दू जनसंख्या तथा न्यूनतम मुस्लिम जनसंख्या वाला जिला कोनसा है – बांसवाड़ा
- बांसवाड़ा तथा झालावाड़ जिले की जलवायु किस श्रेणी में आती है – अति आर्द्र जलवायु
- बांसवाड़ा तथा डूंगरपुर के बिच के क्षेत्र को किस नाम से जाना जाता है – बागड़ प्रदेश
- बागड़ का गाँधी किसे कहा जाता है – भोगीलाल पंड्या
- भारत में गलगंड नामक रोग से सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र है – बांसवाड़ा व डूंगरपुर
- बांसवाड़ा जिले की प्रमुख नदीया कोनसी है – माही नदी , अनास, चैनी नदी
- बागड़ प्रदेश की गंगा किस नदी को कहा जाता है – माही नदी
- माही नदी के किनारे कृष्ण लीलाओ का धाम कहलाने वाला तीर्थ किस अन्य नाम से जाना जाता है – फसलों के रक्षक देव
- राजस्थान के किन दो स्थानों पर यह माना जाता है कि कल्पवृक्ष विध्यमान है – 1- बाई ताल बांसवाड़ा 2- मांगलियावास , अजमेर
- तेन्दु का पत्ता जिसकी बीड़ी उस वृक्ष को किस नाम से जाना जाता है – टिमरू
- बांसवाड़ा के किस स्थान पर 12 वी शताब्दी में निर्मित ब्रह्मा जी मंदिर कहा है – छिछ , बांसवाड़ा
- बांसवाड़ा में तुरताई माता का मंदिर किस अन्य नाम से जाना है – त्रिपुरा सुंदरी का मंदिर
- राजस्थान के पूर्व मुख़्यमंत्री हरिदेव जोशी का जन्म स्थान है – ख़ादू गांव , बांसवाड़ा
- बांसवाड़ा जिले का सबसे बड़ा मेला कोनसा है – घोटिया अम्बा का मेला
- बांसवाड़ा के ऐसे तीरंदाज़ जिन्हे अर्जुन पुरस्कार से 1991 में सम्मानित किया गया – शयमलाल
- एकमात्र ऐसे विधायक जो प्रथम चुनाव से लेकर 10 वी विधानसभा तक निरंतर विजय रहे – श्री हरिदेव जोशी
- बांसवाड़ा जिले में माहि नदी पर कोनसा बांध बना है – बजाज सागर बांध
- बांसवाड़ा जिले में किस जनजाति की बहुलता है – भील
- बांसवाड़ा जिले का राज्य में सबसे दक्षिणतम स्थान किनसे है – कुशलगढ़
- बांसवाड़ा प्रजामण्डल की स्थापना कब की गयी – 1946 में भूपेन्द्रनाथ त्रिवेदी
- किस मंदिर में खंडित मूर्तियों का संग्राहलय है – त्रिपुरा सुंदरी मंदिर
- बांसवाड़ा में पालीनोच व गैर नृत्य का आयोजन कब किया जाता है – शादियों व त्योहारों पर
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